जिस फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार था वो रिलीज़ होगया है। नाम बताने की जरुरत नहीं है लेकिन फिर भी हम बता देते है, वो फिल्म है बाहुबली -2 द कन्क्लूज़न। 2015 में जब बाहुबली 1st आया था तो अपने साथ एक सवाल छोर गया कि कट्टपा ने बाहुबली को क्यों मारा ? लेकिन ये फिल्म इस सवाल से कही ज्यादा ऊपर है। ये सवाल का जवाब तो जानना ही है लेकिन इस फिल्म में देखने बहोत कुछ है।
स्टारकास्ट-
स्टारकास्ट-
प्रभाष, तमन्ना भाटिया, राणा डग्गुबाती, अनुष्का शेट्टी, राम्या कृष्णण, सत्यराज़
निर्देशक- एसएस राजामौली
लेखक- के.वी. विजयेन्द्र प्रसाद
क्यों देखे
निर्देशक- एसएस राजामौली
लेखक- के.वी. विजयेन्द्र प्रसाद
क्यों देखे
पहली बात आपको जाना हो की कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ? लेकिन इसके अलावा भी फिल्म में बहोत के लिए।
बाहुबली 2 द कन्क्लूज़न में आपको 3 चीज़ का मिक्सचर मिलेगा जो की एक फिल्म को अच्छा बनता है।
1. इमोशन
2 . एक्शन
3 . एंटरटेनमेंट ( कॉमेडी )
इसके अलावा फिल्म का भव्य सेट, खूबसूरत लोकेशन, अच्छी सिनेमेटोग्राफी और हॉलीवुड के फिल्मो का एक झलक इस फिल्म में देखने को मिलेगा।
फिल्म की कहानी। : -
बाहुबली 2 द कन्क्लूज़न में आपको 3 चीज़ का मिक्सचर मिलेगा जो की एक फिल्म को अच्छा बनता है।
1. इमोशन
2 . एक्शन
3 . एंटरटेनमेंट ( कॉमेडी )
इसके अलावा फिल्म का भव्य सेट, खूबसूरत लोकेशन, अच्छी सिनेमेटोग्राफी और हॉलीवुड के फिल्मो का एक झलक इस फिल्म में देखने को मिलेगा।
फिल्म की कहानी। : -
बाहुबली 1st जहां ख़त्म होती है बाहुबली 2 की शुरुआत वहीं से फ्लैशबैक में होती है। पहले दर्शकों को बाहुबली 1st पार्ट का एक संक्षेप में परिचय दिया जाता है और फिर कहानी शुरु होती है कि - कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
अमरेन्द्र बाहुबली यानि की प्रभाष ताकतवर योद्धा है। महिष्मति राज्य की रानी शिवगामी का बेटा भल्लालदेव यानि राणा दगुबत्ती है। अमरेंद्र बाहुबली को उन्होंने बेटे की तरह मानती है और अमरेंद्र बाहुबली को राजा घोषित कर देती है। ये बात भल्लादेव को पसंद नहीं आता है। फिर सुरु होता है भल्लादेव और उसके पिता की शाजिश जिसमे बाहुबली को अपनी जान तक गवानी परती है। कटप्पा बाहुबली का वफादार सेनापति होता है। फिर दिखाया गया है कि किस तरह बाहुबली का बेटा महेन्द्र बाहुबली बदला लेता है और अपना राजपाट वापस लेगा।
फिल्म का 1st हाफ काफी अच्छा है लेकिन सेकंड हाफ यानि की इंटरवल के बाद फ़िल्म फ़ास्ट हो जाती है। इंटरवल के बाद फिल्म देखना होगा क्यों की सब कुछ जल्दी जल्दी हो रहा होता है। इसका वजह ये है कि फिल्म को समय रहते ख़तम करना।
परफॉरमेंस
फिल्म में अदाकारी की बात करे तो प्रभाष अपने दोनों की किरदारों में काफी इम्प्रेस किया है। प्रभाष की पर्फोर्मस बेस्ट है, उन्होंने हर तरह के सिन को बखूबी निभाया है चाहे वो इमोशन हो, रोमांस हो या फिर एक्शन।
अगर दूसरे कलाकारों की बात करे तो राणा ने भी अपने किरदार पे काफी मेहनत किया है और प्रभाष को टक्कर देते देखा जा सकता है। तो वही तमन्ना, राम्या, अनुष्का की बात करे तो फिल्म अच्छी पर्फोर्मस दिया है तो वही सत्यजीत यानि कट्टपा एक बार फिर से अपने आप को साबित किया है।
म्यूजिक
म्यूजिक की बात करे तो फिल्म में म्यूजिक कुछ खास नहीं। फिल्म का म्यूजिक आपको निराश कर सकता है । ऐसा लगता है कि फिल्म के म्यूजिक पर ज्यादा धेयान नहीं दिया गया है। वैसे फिल्म में एक ही गाना मुख्य रूप से है जो अमरेन्द्र बाहुबली और देवसेना के बीच में दिखाया गया है। फिल्म में बाकी गाने की बात करे तो वो बैकग्राउंड म्यूजिक का हिस्सा हैं।
डायरेक्शन
डायरेक्टर एसएस राजामौली ने अपने काम से लोगो को काफी इम्प्रेस किया है। उन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नयी उचाई दिया है। फिल्म का डायरेक्शन काफी अच्छा है और एसएस राजामौली ने छोटे से छोटे सिन पर अच्छा काम किया है और जो वो दिखाना चाहते है वो स्क्रीन पर बखूबी दिखाया है।
देखे या नहीं देखे।
बाहुबली - 2 एक ऐसी फिल्म है जिससे लोग काफी दिनों तक याद रखेंगे। इस फिल्म में आपको अच्छी सिनेमेटोग्राफी और अदाकारी के साथ भव्य सेट और स्पेशल इफ़ेक्ट देखने को मिलेगा। फिल्म अच्छी एंटरटेनमेंट है, फिल्म आपको कही बोर नहीं करेगी तो बारे स्क्रीन पर देखने का मौका क्यों छोरना। कही बाद में बारे स्क्रीन पर नहीं देखने का अफ्सों न रह जाये। तो जाइये बाहुबली 2 देखिये और खुद जानिए कि कट्टप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
अमरेन्द्र बाहुबली यानि की प्रभाष ताकतवर योद्धा है। महिष्मति राज्य की रानी शिवगामी का बेटा भल्लालदेव यानि राणा दगुबत्ती है। अमरेंद्र बाहुबली को उन्होंने बेटे की तरह मानती है और अमरेंद्र बाहुबली को राजा घोषित कर देती है। ये बात भल्लादेव को पसंद नहीं आता है। फिर सुरु होता है भल्लादेव और उसके पिता की शाजिश जिसमे बाहुबली को अपनी जान तक गवानी परती है। कटप्पा बाहुबली का वफादार सेनापति होता है। फिर दिखाया गया है कि किस तरह बाहुबली का बेटा महेन्द्र बाहुबली बदला लेता है और अपना राजपाट वापस लेगा।
फिल्म का 1st हाफ काफी अच्छा है लेकिन सेकंड हाफ यानि की इंटरवल के बाद फ़िल्म फ़ास्ट हो जाती है। इंटरवल के बाद फिल्म देखना होगा क्यों की सब कुछ जल्दी जल्दी हो रहा होता है। इसका वजह ये है कि फिल्म को समय रहते ख़तम करना।
परफॉरमेंस
फिल्म में अदाकारी की बात करे तो प्रभाष अपने दोनों की किरदारों में काफी इम्प्रेस किया है। प्रभाष की पर्फोर्मस बेस्ट है, उन्होंने हर तरह के सिन को बखूबी निभाया है चाहे वो इमोशन हो, रोमांस हो या फिर एक्शन।
अगर दूसरे कलाकारों की बात करे तो राणा ने भी अपने किरदार पे काफी मेहनत किया है और प्रभाष को टक्कर देते देखा जा सकता है। तो वही तमन्ना, राम्या, अनुष्का की बात करे तो फिल्म अच्छी पर्फोर्मस दिया है तो वही सत्यजीत यानि कट्टपा एक बार फिर से अपने आप को साबित किया है।
म्यूजिक
म्यूजिक की बात करे तो फिल्म में म्यूजिक कुछ खास नहीं। फिल्म का म्यूजिक आपको निराश कर सकता है । ऐसा लगता है कि फिल्म के म्यूजिक पर ज्यादा धेयान नहीं दिया गया है। वैसे फिल्म में एक ही गाना मुख्य रूप से है जो अमरेन्द्र बाहुबली और देवसेना के बीच में दिखाया गया है। फिल्म में बाकी गाने की बात करे तो वो बैकग्राउंड म्यूजिक का हिस्सा हैं।
डायरेक्शन
डायरेक्टर एसएस राजामौली ने अपने काम से लोगो को काफी इम्प्रेस किया है। उन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नयी उचाई दिया है। फिल्म का डायरेक्शन काफी अच्छा है और एसएस राजामौली ने छोटे से छोटे सिन पर अच्छा काम किया है और जो वो दिखाना चाहते है वो स्क्रीन पर बखूबी दिखाया है।
देखे या नहीं देखे।
बाहुबली - 2 एक ऐसी फिल्म है जिससे लोग काफी दिनों तक याद रखेंगे। इस फिल्म में आपको अच्छी सिनेमेटोग्राफी और अदाकारी के साथ भव्य सेट और स्पेशल इफ़ेक्ट देखने को मिलेगा। फिल्म अच्छी एंटरटेनमेंट है, फिल्म आपको कही बोर नहीं करेगी तो बारे स्क्रीन पर देखने का मौका क्यों छोरना। कही बाद में बारे स्क्रीन पर नहीं देखने का अफ्सों न रह जाये। तो जाइये बाहुबली 2 देखिये और खुद जानिए कि कट्टप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?